Cow and Buffalo Loan: भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में खेती-किसानी के साथ-साथ पशुपालन को सबसे भरोसेमंद और लाभदायक व्यवसाय माना जाता है। खासकर गाय और भैंस पालन से न केवल रोजाना आय होती है बल्कि दूध और उससे जुड़ी हुई डेयरी प्रोडक्ट्स की लगातार मांग के कारण इसे लंबे समय तक चलने वाला व्यवसाय समझा जाता है।
लेकिन कई बार किसान और ग्रामीण युवा Dairy Farming शुरू करना तो चाहते हैं, पर पैसों की कमी उनके रास्ते में बाधा बन जाती है। इस समस्या का समाधान अब Pashupalan Loan यानी Cow and Buffalo Loan से किया जा सकता है। बैंक और सरकार दोनों की तरफ से यह सुविधा दी जाती है कि आप आसानी से बैंक से Dairy Farming Loan ले सकें और उसे गाय-भैंस खरीदने, पशुशाला बनाने, चारे की व्यवस्था करने और दवाइयों के खर्च में इस्तेमाल कर सकें।
इसके साथ ही NABARD की तरफ से सब्सिडी भी मिलती है, जिससे लोन चुकाना और भी आसान हो जाता है। इस योजना का सबसे बड़ा लाभ यह है कि छोटे किसानों से लेकर महिला समूह और बेरोजगार युवा तक, हर कोई इसका फायदा उठाकर पशुपालन के जरिए अपनी आमदनी बढ़ा सकता है।
लोन की राशि, ब्याज दर, सब्सिडी और EMI की जानकारी
Pashupalan Loan के तहत किसानों और पशुपालकों को न्यूनतम ₹1 लाख से लेकर अधिकतम ₹20 लाख तक का Cow and Buffalo Loan दिया जाता है। इस लोन पर ब्याज दर लगभग 8% से 12% के बीच रहती है, जो बैंक और आपकी क्रेडिट प्रोफाइल पर निर्भर करती है। Repayment Tenure आमतौर पर 5 से 7 साल तक का होता है ताकि किसान आसानी से EMI चुका सकें।
NABARD Dairy Farming Loan पर 25% से 33% तक Subsidy उपलब्ध कराता है, जिसमें सामान्य वर्ग को 25% और SC/ST वर्ग तथा महिलाओं को 33% तक की सब्सिडी मिलती है। इस सब्सिडी को सीधे लोन राशि में समायोजित कर दिया जाता है, जिससे EMI का बोझ काफी हद तक कम हो जाता है।
Cow and Buffalo Loan के लाभ
Cow and Buffalo Loan लेने से किसान और ग्रामीण परिवारों को कई तरह की सुविधाएं मिलती हैं। सबसे पहले तो इससे आप Dairy Farming का व्यवसाय आसानी से शुरू कर सकते हैं क्योंकि इसके जरिए पशुओं की खरीद, पशुशाला निर्माण और चारा खरीदने के लिए पर्याप्त पूंजी उपलब्ध हो जाती है। दूसरा, इस लोन पर मिलने वाली NABARD Subsidy की वजह से लोन चुकाने में ज्यादा दबाव नहीं बनता और आपकी मासिक EMI कम हो जाती है।
तीसरा, बैंक से मिलने वाला Dairy Farming Loan पूरी तरह से पारदर्शी और सुरक्षित होता है जिससे किसान बिना किसी अतिरिक्त जोखिम के अपनी योजना पर काम कर सकते हैं। साथ ही पशुपालन का व्यवसाय स्थिर आय का साधन है, जिससे किसान अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत बना सकते हैं और बेरोजगार युवा आत्मनिर्भर बन सकते हैं।
Cow and Buffalo Loan के लिए पात्रता
- आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए और उसकी आयु कम से कम 18 वर्ष और अधिकतम 60 वर्ष तक होनी चाहिए।
- किसान या आवेदक के पास अपनी भूमि होनी चाहिए या किराए पर पशुशाला का समझौता होना चाहिए ताकि Dairy Farming Loan का उपयोग सही तरीके से किया जा सके।
- आवेदक के पास एक उचित Dairy Farming Project Report होनी चाहिए जिसमें गाय-भैंस की संख्या, नस्ल, दूध उत्पादन, खर्च और अनुमानित लाभ की पूरी जानकारी हो।
- CIBIL Score अच्छा होना चाहिए, सामान्यतः 650 से अधिक स्कोर होने पर लोन अप्रूव होने की संभावना बढ़ जाती है।
- Self Help Groups (SHGs), महिला समूह और बेरोजगार युवा भी इस योजना के अंतर्गत Pashupalan Loan के लिए आवेदन कर सकते हैं।
Cow and Buffalo Loan के लिए दस्तावेज
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- भूमि के दस्तावेज या किराया एग्रीमेंट
- बैंक पासबुक की कॉपी
- पशुपालन प्रोजेक्ट रिपोर्ट
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Cow and Buffalo Loan आवेदन कैसे करें?
- सबसे पहले अपने नजदीकी बैंक ब्रांच जाएं जो Dairy Farming Loan उपलब्ध कराता हो और वहां Pashupalan Loan Application Form प्राप्त करें।
- आवेदन पत्र को पूरी तरह से सही जानकारी के साथ भरें और उसमें अपनी व्यक्तिगत डिटेल्स, लोन राशि और Dairy Farming Project Report संलग्न करें।
- सभी आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार, पैन, भूमि कागज, बैंक पासबुक और फोटो को आवेदन पत्र के साथ जोड़कर बैंक में जमा करें।
- बैंक अधिकारी आपके दस्तावेजों और प्रोजेक्ट रिपोर्ट की जांच करेंगे और आपके लोन की पात्रता का मूल्यांकन करेंगे।
- पात्रता पूरी होने पर बैंक आपके लोन को स्वीकृति देगा और राशि सीधे आपके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
- अगर NABARD Subsidy का लाभ मिलना है तो उसकी प्रक्रिया भी बैंक के जरिए पूरी की जाती है और वह लोन अमाउंट में समायोजित कर दी जाती है।